किसानों के आंदोलन के बीच हरियाणा सरकार ने चंडीगढ़-अंबाला राजमार्ग से बेरिकेटिंग हटाई: Barricading removed from Chandigarh Ambala highway by Haryana govt

Barricading removed from Chandigarh Ambala highway

अपनी मांगो को लेकर किसानों का शंभू और खनौरी समेत पंजाब-हरियाणा की सीमाओं पर प्रदर्शन जारी है, वहीं हरियाणा प्रशासन ने  सोमवार को अंबाला और चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच लगाए गए बैरिकेड को  हटाना शुरु कर दिया है। प्रशासन ने दोनों तरफ की एक एक लेन को खोल दिया है।

6 मार्च को दिल्ली कूच की घोषणा – Chandigarh Ambala highway Opened 

इससे पहले किसानों ने घोषणा की हुई है की वे  6 मार्च को दिल्ली की ओर मार्च करेंगे और किसान यूनियनों ने 10 मार्च को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच रेल रोकने का आह्वान का आह्वान किया है। अन्य राज्यों के किसानों को रेल, बस द्वारा पहुँचने का आह्वान किया गया है। 

13 फरवरी को किसानों ने दिल्ली की तरफ कूच करने का प्रयास किया था। हरियाणा प्रशासन ने रोड को बेरिकेटिंग लगा कर रोका हुआ है। इसी दौरान 22 फरवरी को कूच के दौरान किसानों के अनुसार एक किसान सुभकरण सिंह की मौत पुलिस की गोली लगने से हो गई थी। 

इसके बाद कूच को कुछ समय के लिए रोक दिया गया था। 

किसानों की मुख्य मांगें 

  • न्यूनतम मूल्य यानी एमएसपी (MSP)
  • किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन 
  • कृषि ऋण माफी
  • बिजली दरों बढ़ोतरी न हो 
  • भूमि अधिग्रहण अधिनियम  2013 की बहाली
  • लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को न्याय व मुआवजा  
  • 2020-21 में पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा।

किसान नेता सरबन सिंह पंधेर ने कहा है कि हरियाणा पंजाब के बॉर्डर पर आन्दोलनरत किसान धरना स्थल पर ही अपना विरोध जारी रखेंगे।  उन्होंने कहा, वे अपने ट्रैक्टर नहीं ले जाएंगे और उन्हें जरूरत के अनुसार अतिरिक्त तिरपाल उपलब्ध कराया जाएगा।

पंधेर ने कहा “हमने दिल्ली चलो मार्च वापस नहीं लिया है। हम राजमार्गों से बैरिकेडिंग हटने तक इंतजार करेंगे। अन्य राज्यों के किसान ट्रैक्टर ट्रॉली नहीं लाएंगे क्योंकि वे गरीब हैं। वे रेल, बसों का उपयोग कर सकते हैं या पैदल भी आ सकते हैं। पंढेर ने कहा, ”सीमाओं पर हमारा विरोध जारी रहेगा।”

किसान यूनियन व किसान मजदूर मोर्चा के  नेताओं ने यह भी घोषणा की है कि वे पंजाब-हरियाणा सीमा पर अपनी अपनी संख्या मे बढ़ोतरी करेंगे। 

हालांकि दोनों सीमाओं पर प्रदर्शनकारियों की संख्या काफी कम हो गई है, लेकिन सड़कों पर अभी भी सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉलियां खड़ी देखी जा सकती हैं। कुछ प्रदर्शनकारी अपने घरों को लौट जाते हैं और उनकी जगह दूसरे आने वाले किसान ले लेते हैं।

Chandigarh Ambala highway Opened

संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत 14 मार्च को दिल्ली मे

संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने घोषणा की है कि उनका मोर्चा 14 मार्च को दिल्ली के राम लीला मैदान या जंतर मंतर पर ‘किसान महापंचायत’ आयोजित करेगा। 

किसान मजदूर मोर्चा के रमनदीप सिंह मान ने घोषणा की है कि वे पंजाब और हरियाणा सीमाओं से दूर और अधिक स्थानों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।

किसान आंदोलन: बॉर्डर खुलने लगे , कुछ जगह इंटरनेट भी बहाल | Kisan Andolan

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